Akshaya Tritiya Date – ता है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि अक्षय त ृतीया का पर्व मनाया जाता है। ” ‘, और तृती या का अर्थ है ‘तीसरा’। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की भी मान्यता है।
आर सोना खरीदने से समृद् धि और धन लेकर आता है। इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद प ूजा करते हैं। वे भगवान विष्णु को अगरबत्ती, चंदन का लेप, तुलसी के पत्ते और फूल चढ़ाते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेता युग अक् षय तृतीया के दिन शुरू हुआ था। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया की तिथि, शुभ मुहूर् त सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बा र े में।
Akshaya Tritiya Date
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्ष य तृतीया के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया तिथि का हिन्दू धर्म में अत्यंत म हत्व है। अक्षय तृतीया एक ऐसी तिथि है जसका कोई क्षय न।। अक्षय तृतीया को अखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया एक ऐसा अबूझ मुहूर्त है जिसमें बि ना किसी मुहूर्त या ग्रह दिशा देखे मांगलिक कार् य जैसे कि विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि किये जा सक त े हैं।
अक्षय तृतीया के दिन पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान भी है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन श्री हरि नार See More से सौभग्य जाग उठता है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से More information ्तार से।
Akshaya Tritiya Date Overview
Also Check: Makaut Student Login Apply
अक्षय तृतीया 2023 की तिथि (Akshaya Tritiya 2023 Ki Tithi)
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का शुभा 22 min ो सुबह 7 बजकर 49 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 23 अप्रैल, दिन रविवार को सुबह 7 ब 47 years old र 22 years
Akshaya Tritiya 2023 Ka Shubh Muhurat
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी कि अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 7 min 49 min नट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहने वाला है। इस मुहूर्त में पूजा का समय कुल साढ़े चार घंटे त करहेगा। इस शुभ मुहूर्त में पूजा करना अत्यंत लाभदायक स िद्ध होगा।
Click Here:-Bihar Board 10th Whatsapp Group Link
Akshaya Tritiya 2023 Ka Shubh Yog
अक्षय तृतीया के दिन 6 शुभ योगों का निर्माण हो र हा है। इन योगों के निर्माण से उस महायोग बनेगा। जहां एक ओर अक्षय तृतीया के दिन प्रात: 2 min 9 बजकर 26 मिनट तक आयुष्मान योग रहेगा तो भ बाद से सौभाग्य योग रात भर बना रहेगा।
इसके अलावा, अक्षय तृतीया के दिन सुबह 5 बजकर 49 मि नट से सुबह 7 बजकर 49 मिनट तक है त्रिपुष्कर योग निर ् मित होगा और रात 11 बजकर 24 मिनट से अगली सुबह 5 बजकर 4 8 min रवि योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद ्धि योग भी बनेंगे।
(Akshaya Tritiya 2023 Ka Sone Kharidane Ka Muhurat)
22 अप्रैल के दिन सोना (ऐसा स ोना माना है घर के लिए बहुत अशुभ) खरीदने का शुभ मु हूर्त सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन यानी कि 23 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। 22 min का निर्मित रहेगा।
Also Check:-TNEB 2023 Reading Details
अक्षय तृतीया 2023 का महत्व (Akshaya Tritiya 2023 Ka Mahatva)
अक्षय तृतीया को हिन्दू धर्म मैं महत्वपूर्ण स् थान प्राप्त है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष् , समृद्धि, सफलता और संपन्नता बनी रहती है। More information her वैवाहिक जीवन म े ं प्रेम और अखंडता कायम रहती है।
तो ये थी अक्षय तृतीया से जुड़ी समस्त जानकारी। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, त ो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स मे ंबताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते र हेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जर ूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरज िंदगी से।
अक्षय तृतीया व्रत और पूजन विधि
अक्षय तृतीया व्रत के नियमों का पालन करते हुए न ीचे दी गई विधि द्वारा करें–
- : वृत होकर पीले वस्त्र धारण करने चाहिए।
- विष्णु जी की मूर्ति या त्वीर स्थापित करें और उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद तुलसी, पीले फूल की माला या पीले फूल चढ ़ाएं।
- अब धूप और घी की बत्ती का दीपक जलाकर पीले आसन पर बैठें।
- इसके बाद विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा जैसे विष्णु से संबंधित ग्रंथों का पाठ करें।
- इसके बाद अंत में विष्णु जी की आरती गाएं।
Akshaya Tritiya Date FAQ
2023 में अक्षय तिथि कब है?
1 January 2, 2023. ै. ऐसी मान्यता है कि इस दिन ही भगवान विष्णु ने अवत ार लिया है अलग-अलग युगों में. More information here.
2023 गृह प्रवेश के लिए अच्छा है ?
गृह प्रवेश पूजा के लिए अक्षय तृतीया एक अच्छा द िन है । इसके अलावा, इस दिन एक नया घर खरीदने से बुरी आत् माएं दूर रहेंगी और परिवार के लिए स्वास्थ्य और स मृद्धि को आमंत्रित किया जाएगा।
What are you doing?
पुराणों के अनुसार इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठ कर स्नान,दान,जप,स्वाध्याय आदि करना शुभ फलदायी म ाना जाता है इस तिथि में किए गए शुभ कर्म का फल क्ष य नहीं होता है इसको सतयुग के आरंभ की तिथि मान ा जाता है इसलिए इसे’कृतयुगादि ‘ तिथि भी कहते हैं ।
Related Post:-
TS General Holiday 2023
Bihar Janta Darbar Online Application
Important days in February 2023
Link to join Bihar Board Whatsapp group
Diwali Calendar 2023
Categories: Trending
Source: vtt.edu.vn