Tilkut Chauth 2023 Date, Time, History, Puja Vidhi, Vrat Katha & Significance

Tilkut Chauth: सकट चौथ देवी सकट और भगवान गणेश की पूजा करने क े लि ए समर्पित दिन है। इस दिन महिला भक्त कृष्ण पक्ष गणेश चतुर्थी के अ वस र पर of her संतान की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए व् रत रख ती हैं। यह दिन भारत के सभी हिस्सों में बड़े उत्साह के स ाथ मनाया जाता है। See you तुंडा चतुर्थी या तिलकुट चौथ के रूप में मना या जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह दिन आता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह दिन जनवरी या फरवरी के महीने में आता है।

More information हैं, पूजा स्थल की सफाई करती हैं और “ॐ गणेशाय नमः” मंत ्र का 108 बार जाप करती हैं। दिन में श्रद्धालु व्रत रखते हैं। हालांकि दूध, चाय और फलों की अनुमति है। शाम को एक मंडप सजाया जाता है जिसमें गणेश की मूर ् ति रखी जाती है। मूर्ति को फूलों और दूरवा (घास) से सजाया जाता है और त िल (तिल) और गुड़ से तैयार मिठाई गणेश को अर्पित की जाती है। इन विशेष मिठाइयों को “नैवैद्य” कहा जाता है। इस पूजा के अंत में, गणेश आरती गाई जाती है। कुछ लोग इस पूजा का प्रसाद पूरी रात गणेश जी की म ूर् ति के सामने रखते हैं और अगली सुबह इसे परिवार के सदस्यों के साथ बांटते हैं।

Sakat Chauth 2023: Sakat Chauth is a very popular festival among Hindus. This festival is mainly celebrated by married Hindu women who practice fasting to ensure the longevity of their children. They observe a strict fast and offer prayers to Lord Ganesha on this auspicious day. The Sakat Chauth fast is observed on Chaturthi Tithi of Krishna Paksha in the month of Magha i.e. 10th January 2023.

Tilkut Chauth 2023

तिलकुट एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जिसे तिल औ र गु ड़ से बनाया जाता है। गणेश को कुछ तिलकुट और मोदक चढ़ाने के बाद, भक्त इसे अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को प्रसाद के रूप में वितरित करते हैं। इस दिन चंद्रमा देवता की भी पूजा की जाती है। रात को चँ जाता है और सकट चौथ कथा सुनने के बाद व्रत त ोड़ा ज ाता है। यदि वर्षा और बादलों के कारण चन्द्रमा दिखाई न तो तो चन्द्रोदय के समय अनुस • पूज gas पूज ज ज है है है है है ह ै है है है है है है है है है है विवाहित महिलाएं अप ने बच्चों के स्वास्थ्य, धन और कल्याण के लिए प्रार्थ ना करती हैं। सकट चौथ का व्रत करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन माताएं व्रत रखती हैं जिससे उनकी संतान क े ज ीवन से विघ्न दूर होते हैं।

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एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार, यह भगवान ग णेश की पूजा करने के लिए समर्पित एक दिन है जहां महिला एं उपवास करती हैं और अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ् य और लंबे जीवन के लिए प्रार्थना करती है ं। मान्यता है कि इस व्रत को करने वाले पर भगवान गणप ति की विशेष कृपा होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन भगवान गणेश और सकट म ा ता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है ं। रुचिका पेरिवाल, गुरुदेव श्री कश्यप द्वारा स्थ ापित अखिल भारतीय तंत्र विज्ञान संस्थान की ज्य ोतिषी, 2 023 में तिथि, पूजा विधि और बहुत कुछ के पीछे की कहानी स ाझा करती हैं।

Tilkut Chauth 2023 Overviews

Importance of Sakat Chauth 2023

This Hindu festival celebrated in North India is an ancient tradition that people have been celebrating for centuries. During this time, women fast from sunrise to moonrise and offer prayers to Lord Ganesha for the well-being and longevity of their children. On this day, married women dress up in their best traditional costumes and participate in the festivities. On this auspicious day of Sakat Chauth, Til Koot is the main prasad offered to Lord Ganpati.

Sakat Chauth Story 2023

According to Hindu mythology, there was a blind woman in a village. She lived with her son and his wife and was an ardent devotee of Lord Ganesha. Once Lord Ganpati appeared in front of her, he promised to give her whatever he wanted, but the old lady was not sure what she should ask for, so Lord Ganesha suggested that she take the advice and help of his son and her wife. Following his advice, the son asked him. to demand money and wealth from Ganesha. However, on the other hand, his daughter-in-law asked for a grandson. Seeing that they both had personal needs to ask for, she went to talk to her neighbors about it. She suggested that he ask for the view. The next day, when Lord Ganesha appeared again and asked him for an answer, he wished for all the suggestions he received: wealth, a healthy body, a grandson, eyesight, and much more. Since the Lord promised to fulfill all her wishes.

Sakat Chauth Puja Rituals 2023

  • Married women get up early and take a sacred bath.
  • Place an idol of Lord Ganesha and light a diya with desi ghee.
  • Offer yellow flowers, Durva grass and Til Koot (make a mixture of white sesame seeds and put some sugar) to Lord Ganesha.
  • Recite Sakat Chauth Katha and chant mantras to please the Lord.
  • Women break their fast after seeing the stars.
  • They have satvik food without onion or garlic.

Mantra

  • Om Gan Ganpataye Namah..!!
  • Om shree Ganehsaye Namah..!!

Sakat Chauth 2023: date and time

Chaturthi Tithi begins – January 10, 2023 – 12:09 pm Chaturthi Tithi ends – January 11, 2023 – 02:31 pm

तिलकुट चौथ पूजा विधि (Tilkut Chauth Puja vidhi)

  • तिलकुट चतुर्थी के दिन सूर्योदय से पहले पानी म ें ति ल डालकर स्नान करें!
  • इसके बाद पूजा का संकल्प लें और शाम के समय चंद्र ोदय से पूर्व पूजा स्थल पर गंगाजल से छिड़काव करे ं!
  • अब गणपति जी को 21 दूर्वा, रोली, कुमकुम, अबीर, गुला ल, फूल, मोदक अर्पित करें!
  • इस दिन खासतौर पर तिल से बने 11 या 21 लड्‌डू का गजान न क ो भोग लगाएं!
  • ऊँ सर्वसिद्धप्रदाय नम :, ऊँ एकदन्ताय: मंत्र क 108 points!
  • व्रत करने वाले व्यक्ति को शाम को चंद्र दर्शन क रना च ाहिए, पूजा करनी चाहिए।
  • इसके बाद ही स्वयं भोजन करना चाहिए!
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Tilkut Chauth Vrat Kab Hai 2023 तिल कूट चौथ व्रत कब है|

365 दिनों में प्रत्येक माह दो चतुर्थी आती है! ं एक कृष्णा पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की हो ती है ! कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को हम संकष्टी चतुर्थी क ह ते है! वहीं दूसरी यानि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को हम वि न ायक चतुर्थी कहते है! माघ मास के कृष्णा पक्ष की चतुर्थी की धार्मिक औ ¡प प ौराणिक मान्यता! जिसे हम तिलकूट चौथ के नाम से जानते हैं।

2023 में तिल कूट चौथ का व्रत 10 जनवरी 2023 का है, जि स दिन मंगलवार का दिन है! इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है, जिससे सार े स ंकट दूर हो जाते है! आपकी मनोकामना भी पूर्ण होती है! भारतीय महिलाएं अपने पुत्रों आयु व खु शहाल जीवन के लिए यह व्रत रखती हैं! चलिए अब जानते है! की तिल चौथ, गणेश चौथ या कहें तो तिल कूट चौथ कब है !

Tilkut Chauth 2023

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तिल कूट व्रत का शुभ 2023 क्या है

इस दिन भगवान गणेश अपने भक्तों की सभी परेशानी क ो हर लेते हैं!, इसलिए ही इन्हे विघ्नहर्ता व संकट मोचन भ ी कहा जाता है! Don’t worry! 2023 का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रक ार हैं-

  • चतुर्थी तिथि प्रारम्भ- 10 जनवरी को 8 बजकर 50 मिनट पर
  • चतुर्थी तिथि समाप्त- 11 जनवरी को 9 बजकर 15 मिनट पर
  • चंद्रोदय का समय– रात को 8 बजकर 50 मिनट पर

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सकट चौथ व्रत कथा (Tilkut Chauth)

पौराणिक कथा के अनुसार एक नगर में साहूकार और उस की पत ्नी रहते थे! दोनों का धर्म कर्म के काम में मन नहीं लगता था! एक दिन साहूकारनी अपने of her पड़ोसन के घर गई! Hers ्व पूछा!

साहूकारनी को सकट चौथ व्रत या तिलकुटा चौथ व्रत की महिमा बताते हुए पड़ोसन बोली की गणपति जी की कृ पा से व्यक्ति को अखंड सौभाग्य, पुत्र, धन-धान्य, ब ुद् धि, सिद्धि सबकुछ प्राप्त होता है! साहूकारनी ने व्रत का लाभ जानकर सकट चौथ व्रत कर ने का संकल्प लिया!

सकट चौथ व्रत दिलाता है संतान सुख

साहूकारनी ने कहा कि वह मां बनती है! She she she she she she she she चढ़ाएगी! गणेश जी की कृपा से वह गर्भवती हो गई! अब साहूकारनी की लालच और बढ़ गया! She उसने कहा कि she उसे बेटा हुआ तो she ढाई सेर तिलकुट करेग ी! ! फिर उसकी लालसा बढ़ गई! She वह सवा पांच सेर तिलकुट! She more information she तिलकुट चतुर्थी करना भूल गई!

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गणपति जी की माया से गायब हुआ बेटा

साहूकारनी के बेटे का विवाह तय हो गया! लोभी साहूकारनी को सबक सिखाने के लिए गणपति जी न े अ पनी माया से शादी वाले दिन उसके बेटे को गायब क ¡र दूर कह ीं जंगल में पहुंचा! From her गे! विवाह टल गया! एक दिन साहूकारनी की होने वाली बहू सखियों संग ज ं गल में दूर्वा लेने गई थी! She ी डर के वहां से चली गईं! Yes Yes Yes!

सकट चौथ व्रत के प्रभाव से मिली संतान

See More खा तो उनका दामाद घने जंगल में एक पेड़ पर बैठ ा था! उसने अपनी सभी को अपनी मां की गलती बताई! और कहा कि of her मां ने सकट चौथ व्रत करने का वचन दिया थ ा! She is her णपति जी नाराज हैं!

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Yes! और उसने गणपति जी से क्षमा याचना कर सकट चौथ का व ्रत और तिलकुट किया! गणेश जी न साहूकरानी को माफ कर दिया! और उसका बेटा भी सही सलामत घर आ गया! कहते हैं! Hers च नहीं आती! तभी से ये व्रत किया जाने लगा!

Tilkut Chauth 2023

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सकट चौथ कर्मकांड

  • सकट चौथ व्रत के दिन, महिलाएं निम्नलिखित अनुष् ठ ानों का पालन करती हैं!
  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
  • भगवान गणेश की पूजा के लिए देसी घी का दिया जलाएं
  • सकट चौथ पूजा विधि में महिलाएं फूल, तिल कूट और द ूर ्वा घास चढ़ाती हैं
  • Yes Yes!
  • महिलाएं तारों को देखने के बाद अपना व्रत तोड़त ी है ं!
  • सात्विक भोजन करें! (यानी बिना प्याज और लहसुन के)

सकट चौथ व्रत के लाभ

  • यह पारे के नकारात्मक प्रभावों को उलट देता है।
  • यह बच्चों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
  • यह जीवन में सफलता, भाग्य और खुशी का द्वार खोलता ह ै।
  • यह किसी के जीवन में बाधाओं और कठिनाइयों से छुट कार ा दिलाता है!

Bidding and Offerings

On that day, Ganesh, who has his trunk turned to the right side, should be worshipped. That day supari and clove should be offered.

Importance of Til Chauth

The importance of the day and the vrat is mentioned in the Bhavishyottara Purana. It is also known as Vakratunda Chaturthi. People who cannot observe all Sankashti Chaturthi Vrat in a year can observe this Chaturthi Vrat. They will get the same benefits as observing the 12 Sankashti Chaturthi in a year.

Specifications

सकट चौथ एक प्रसिद्ध घटना है जो हिंदुओं द्वारा म नाई जाती है, विशेष रूप से उत्तरी भारत में। इस दिन भगवान गणपति और देवी सकट की जबरदस्त भक्त ि के साथ पूजा की जाती है। सकट चौथ मंगलवार, January 10, 2023 कृष्ण पक्ष गणेश चतुर्थी के द िन विवाहित महिला भक्त अपने बच्चों की सुख-समृद्ध ि और खुशहाली के ल िए व्रत रखती हैं। तिल कूट, एक विशेष भोग या प्रसाद, पकाया जाता है औ र भगवान गणेश को चढ़ाया जाता है। सकट चौथ पूरे भारत में बड़े उत्साह और उत्साह के साथ म नाया जाता है।

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Frequently Asked Questions about Tilkut Chauth

तिल कुटी का व्रत कब का है?

10 जनवरी, मंगलवार को!

What’s up with you?

सकट चौथ के दिन निर्जला उपवास के साथ फलाहार कर स कते हैं! इसमें भी अगर आप मीठे फलों का सेवन करते हैं! तो अतिउत्तम माना जाता! इसके अलावा इस दिन आप सेंधा नमक का भी इस्तेमाल न ह ी कर सकते हैं!

What’s up with you?

चंद्रोदय के समय गणेश पूजा कर सकते हैं! और चंद्रमा को अर्घ्य जल दे सकते हैं।

What’s up with you?

संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन व्रती प्रातः काल स्ना न आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें! उसके बाद पापनाशक श्री गणेश जी की पूजा करें! पूजा के दौर spend अब श्री गणेश जी की स्तुति और मंत्रों का जाप करे ं!

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Source: vtt.edu.vn

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